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वस्तु एवं जन्मपत्रिका के पितृदोष निवारण एवं शांति का अचूक उपाय। अपने घर परिवार एवं अपनी जन्मपत्रिका में पितृ दोष क

वस्तु एवं जन्मपत्रिका के पितृदोष निवारण एवं शांति का अचूक उपाय।


अपने घर परिवार एवं अपनी जन्मपत्रिका में पितृ दोष के लिए। किसी विद्वान ज्योतिषी से संपर्क करके पूरी जानकारी प्राप्त करें। घर परिवार एवं जन्मपत्रिका में पितृ दोष होने पर पितृ दोष शांति के लिए उपाय करके अपने जीवन को आरोग्य शक्ति के साथ सुख समृद्धि संतुष्टि एवं शांति का जीवन बनाएं। अगर किसी व्यक्ति की जन्मपत्रिका बनी हुई नहीं है तो हस्तरेखा एवं ललाट की रेखाओं के विद्वान ज्योतिषी के द्वारा हस्त रेखाओं एवं ललाट की रेखाओं से पितृदोष के बुरे प्रभाव की जानकारी आपको प्राप्त हो सकती है। अगर किसी के घर परिवार एवं स्वयं के जीवन में पितृ दोष का गलत प्रभाव पड़ रहा हो तो ऐसे जातक के जीवन में निम्न प्रकार के लक्षण होते हैं।

1- अक्सर नींद में बुरे सपनों का सामना करना पितृदोष का ही परिणाम है

2- परिवार जन एवं अपने जीवन में रोग संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो पितृ दोष के बुरे प्रभाव का ही परिणाम होता है।

3-कई बार बड़ी दुर्घटना होते-होते बाल बाल बचाना भी पितृ दोष का ही प्रभाव होता है।
4- अपने घर के आसपास में या घर के सामने या घर की छत पर कुत्ते एवं बिल्ली का अक्सर रोना भी पितृ दोष का बुरा प्रभाव होता।

5-अक्सर घर परिवार एवं पड़ोसी एवं ग्रामवासियों से लड़ाई झगड़ा मतभेद होना भी पितृ दोष का बुरा प्रभाव होता है।
6- रोजगार में दिन-रात संघर्ष करने के पश्चात संघर्ष के मुताबिक लाभ नहीं मिलना यह भी पितृदोष का बुरा प्रभाव ही होता है।
7- अक्सर जहरीली जीव जंतु का आमना सामना होना भी पितृदोष का
बुरा प्रभाव माना जाता है।

8- शुभ मांगलिक कार्य समय पर नहीं होना या फिर शुभ मांगलिक कार्य होते समय परेशानियों का उत्पन्न होना भी पितृदोष के गलत प्रभाव का ही परिणाम होता है।

9-पति-पत्नी माता-पिता एवं सगे संबंधियों के बीच में मतभेद अक्सर बना रहना पितृदोष के गलत प्रभाव का हीं परिणाम होता है।

10-किसी की सच्ची बात एवं धर्म युक्त बात एवं ज्ञान संबंधी चर्चाएं मन को गलत लगती हो तो भी पितृ दोष के गलत प्रभाव का असर होता है।

11-हर समय मन में डर का उत्पन्न होना भी पितृदोष के बुरा प्रभाव का परिणाम होता है।

12-संतान से वंचित जीवन का सामना करना भी पितृदोष के गलत प्रभाव का नतीजा होता है ।

13- छोटे से छोटे विषय पर गुस्से का आना भी पितृ दोष के गलत प्रभाव का परिणाम है।

14- हर समय विभिन्न समस्याओं से जीवन में चिताओ के दौर का सामना करना भी पितृदोष के गलत प्रभाव का असर होता।

नोट-ऊपर दिए गए। लक्षणों से अगर आपका जीवन प्रभावित हो रहा है तो आपके जीवन में पितृ दोष का गलत प्रभाव पड़ रहा है।

इसीलिए अपने जीवन को आरोग्य शक्ति के साथ सुख समृद्धि संतुष्टि का जीवन बनाने के लिए। पितृदोष शांति के उपाय करना आपके लिए बहुत ही आवश्यक विषय है।

किसी विद्वान ज्योतिषीय एवं हिंदू धर्म ग्रंथो के ज्ञाता पंडित की सलाह से वेदोक्त एवं पुराणोंक्त नियमा के अनुसार विधिवत पितृदोष शांति के उपाय करके अपने जीवन को पूर्ण शांति के साथ में सुख समृद्धि एवं संतुष्ट प्रद बनाया जा सकता है। अपने कुल के पितृरो के लिए संख्या के अनुसार से लकड़ी की बाजोट या फिर पाटा एकांत स्थान में बिछाए। उसे पर नया वस्त्र बिछाएं। वस्त्र के ऊपर पितरों की संख्या के अनुसार पुष्प का आसान लगायें। पुष्प के आसन पर पितृरो संख्या के अनुसार श्रीफल रखें। अपने कुल के पितृरों का मानसिक स्मरण करते हुए। विधिवत गंगाजल, रोड़ी, अक्षर, यज्ञोपवीत, पंचामृत, दूध, पंचामृत,इत्र, लौंग, पुष्प ,धूप, शमीपत्र, अबीर, अगरबत्ती, प्रसाद, गूगल, लोबान, गोमूत्र, गोबर, अमरबेल, आदि सामग्रियों से पितृ देवों का पूजा आराधना करते हुए। नीचे लिखे गए पाठकों के पलटनों का शुभारंभ करना है।

पितृदोष शांति के उपाय-
1-श्रीमद् भागवत गीता के पाठों का पठन
2- श्री रामचरितमानस के शांति पाठों का पठन
3-श्रीमद् भागवत कथा के शांति पाठों का पठन
4-हनुमान कवच के पाठों का पठन

5-हरिवंश पुराण के पाठों का पठन

आदि काई उपाय करते हुए। आप अपने जीवन को पितृ दोष से मुक्त हो करके अपने कष्टों से छुटकारा पाते हुए। परम शांति के साथ सुख समृद्धि एवं संतुष्टि का जीवन प्राप्त कर सकते हो।

विशेष जानकारी के लिए संपर्क करें
संपर्क नंबर 766 50 70 911

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